*_﷽-الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ_*
*आसमानी किताबों का बयान पोस्ट(1)*
सवाल- आसमान से कितनी किताबें और सहीफे (छोटी किताबें)नज़िल हुऐ ?
जवाब- चार मुकद्दस किताबें और 100 सहीफे नज़िल हुऐ।
(ख़ाज़िन 1 पेज 169/तकमीलुल ईमान पेज 10)
सवाल- किस नबी पर कौनसी किताब नजिल हुई?
जवाब- "तौरेत" हजरत मुसा अलैहिस्सलाम पर इन्जील हजरत ईसा अलैहिस्सलाम पर जुबूर हजरत दाऊद अलैहिस्सलाम पर और कुरान हजरत मोहम्मद सल्ललाहो तआला अलैह वसल्लम पर नजिल हुआ।
(तकमीलुल ईमान पेज 10)
सवाल- किस नबी पर कितने सहीफे नजिल हुऐ ?
जवाब- हजरत आदम अलैहिस्सलाम पर दस हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम पर तीस हजरत शीस अलैहिस्सलाम पर पचास सहीफे नजिल हुऐ।
(ख़ाज़िन 1 पेज 169/अशिअअतुल लमआत 1 पेज 40)
सवाल- तौरेत किस तारीख में नाजिल हुई?
जवाब- 6 रमजान को नाजिल हुई।
(अलइतकान 1 पेज 41/फ़तावा हदीमिया पेज 169)
सवाल- किस जुबान में नाजिल हुई?
जवाब- सुरयानी जुबान मे।
(ज़रक़ानी 1 पेज 214/अलमलफूज 4 पेज 14)
सवाल- तौरेत शरीफ मे कितनी सूरते थी?
जवाब- 1 हजार सूरते और हर सूरत मे एक एक हजार आयतें थीं।
(ख़जाइन सफ़्हा 460)
सवाल- तौरेत शरीफ की ज़ख़ामत(मोटाई और वजन)क्या थीं?
जवाब- 70 ऊटों के बोझ के बराबर, उसके 1 हिस्से की तिलावत 1 साल में मुकम्मल होती थी।
(आशिअअतुललमआत पेज 80/ख़ाज़िन व मआलिम 2 पेज 236)
सवाल- कितने हज़रात है जो तौरेत शरीफ के हाफिज हुऐ?
जवाब- सिर्फ चार पैग़म्बर हैं जो तौरेत शरीफ के हाफिज हुऐ और याद भी रखा'(1)हजरत मूसा अलैहिस्सलाम,(2)हजरत यूशअ बिन नुन,(3) हजरत उज़ैर अलैहिस्सलाम(4)हजरत ईसा अलैहिस्सलाम।
(सावी 2 पेज 85/ख़ाज़िन व मआलिम 2 पेज 236)
सवाल- ज़बूर किस तारीख में नाजिल हुई?
जवाब- 18 रमज़ान को।
(अलइतकान 1 पेज 41/फ़तावा हदियि पेज 169)
सवाल- किस जुबान मे नजिल हुई?
जवाब- इब्रानी जुबान में।
(उम्दतुल क़ारी 1 पेज 35)
सवाल- जुबूर में कितनी सूरतें थीं?
जवाब- 150 सूरतें थीं जिसमें सिर्फ दुआ और अल्लाह तआला की हम्द व तारीफ थी । न तो इसमें हलाल व हराम का बयान था और न फ़रज़ों और हदों का जिक्र।
(ख़ाज़िन 2 पेज 519/अलइतकान जिल्द 1 पेज 66)
सवाल- इन्जील किस तारीख मे नाजिल हुई?
जवाब- 13 रमजान में।
(अलइतकान 1 पेज 41/फ़तावा हदीसिया पेज 169)
सवाल- किस जुबान मे नाजिल हुई?
जवाब- इबरानी जुबान में।
(ज़रक़ानी 1 पेज 214/अलमलफूज 4 पेज 14)
सवाल- कुरान किस तारीख मे नाजिल हुआ?
जवाब- लौहे महफूज से आसमाने दुनिया की तरफ नुजूल रमज़ान शरीफ की 27 तारीख में हुआ फिर वहाँ से ज़रूरत के मुताबिक थोड़ा-थोड़ा नाजिल होता रहा।
(ख़जाइन 872/ रूहुल बयान 4 पेज 681)
सवाल- फिर दुनिया के आसमान से कितने साल में मुकम्मल नाजिल हुआ?
जवाब- 23 साल में।
(सावी 1 पेज 3/ख़ाज़िन 1 पेज 131)
सवाल- क्या कुरान शरीफ का आना सिर्फ हजरत जिब्राईल अलैहिस्सलाम के वास्ते से हुआ या दूसरे फ़रिश्तों के ज़रीऐ भी हुआ?
जवाब- सिर्फ हजरत जिब्राईल के वास्ते से हुआ दूसरा कोई फ़रिश्ता कुरान शरीफ लेकर नही उतरा।
(मवाहिब लदिन्नया 1 पेज 44/अलइतकान 1 पेज 451)
सवाल- कुरान के नाजिल होने की इब्तेदा किस तारीख से हुई?
जवाब- 17 रमजान पीर के दिन से।
(ज़रक़ानी 1 पेज 207/नुरूल अबसार पेज 11)
सवाल- सबसे पहले कौनसी आयत उतरी?
जवाब- इकरा बिस्मि रब्बिक।
(अलइतकान 1 पेज 23/सावी 1 पेज 3)
सवाल- सबसे आखिरी आयत कौनसी उतरी?
जवाब- वत्तकू यौमन तुरजऊन फीहि इलल्लाह।
(अलइतकान 1 पेज 23/सावी 1 पेज 3)
सवाल- कुरान में कितनी सूरते हैं?
जवाब- 114 सूरते हैं।
(अलइतकान 1 पेज 64)
सवाल- इनमें कितनी सूरते मक्की है और कितनी मदनी हैं?
जवाब- 83 सूरते मक्की और 41 सूरते मदनी हैं।
(सावी 1 पेज 3)
सवाल- नबियों के नाम से कितनी सूरते है ?
जवाब- 6 सूरते है'(1)सूरऐ यूनुस,(2)सूरऐ हूद,(3)सूरऐ यूसुफ,(4)सूरऐ इब्राहिम,(5)सूरऐ नूह,(6)सूरऐ मोहम्मद।
(कुराने मुकद्दस )
सवाल- कुरान में कितनी आयत है?
जवाब- इस बारे मे चन्द कौल है लेकिन मुफस्सिरो के सरदार हजरत अब्दुल्लाह इब्ने अब्बास से रिवायत है कि 6616 आयते है
(इतकान 1 पेज 67)
नोट- इमाम अहमद रजा फाजिले बरेलवी ने कन्जुईमान में 6236 शुमार की हैं
सवाल- आसमान से कितनी किताबें और सहीफे (छोटी किताबें)नज़िल हुऐ ?
जवाब- चार मुकद्दस किताबें और 100 सहीफे नज़िल हुऐ।
(ख़ाज़िन 1 पेज 169/तकमीलुल ईमान पेज 10)
सवाल- किस नबी पर कौनसी किताब नजिल हुई?
जवाब- "तौरेत" हजरत मुसा अलैहिस्सलाम पर इन्जील हजरत ईसा अलैहिस्सलाम पर जुबूर हजरत दाऊद अलैहिस्सलाम पर और कुरान हजरत मोहम्मद सल्ललाहो तआला अलैह वसल्लम पर नजिल हुआ।
(तकमीलुल ईमान पेज 10)
सवाल- किस नबी पर कितने सहीफे नजिल हुऐ ?
जवाब- हजरत आदम अलैहिस्सलाम पर दस हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम पर तीस हजरत शीस अलैहिस्सलाम पर पचास सहीफे नजिल हुऐ।
(ख़ाज़िन 1 पेज 169/अशिअअतुल लमआत 1 पेज 40)
सवाल- तौरेत किस तारीख में नाजिल हुई?
जवाब- 6 रमजान को नाजिल हुई।
(अलइतकान 1 पेज 41/फ़तावा हदीमिया पेज 169)
सवाल- किस जुबान में नाजिल हुई?
जवाब- सुरयानी जुबान मे।
(ज़रक़ानी 1 पेज 214/अलमलफूज 4 पेज 14)
सवाल- तौरेत शरीफ मे कितनी सूरते थी?
जवाब- 1 हजार सूरते और हर सूरत मे एक एक हजार आयतें थीं।
(ख़जाइन सफ़्हा 460)
सवाल- तौरेत शरीफ की ज़ख़ामत(मोटाई और वजन)क्या थीं?
जवाब- 70 ऊटों के बोझ के बराबर, उसके 1 हिस्से की तिलावत 1 साल में मुकम्मल होती थी।
(आशिअअतुललमआत पेज 80/ख़ाज़िन व मआलिम 2 पेज 236)
सवाल- कितने हज़रात है जो तौरेत शरीफ के हाफिज हुऐ?
जवाब- सिर्फ चार पैग़म्बर हैं जो तौरेत शरीफ के हाफिज हुऐ और याद भी रखा'(1)हजरत मूसा अलैहिस्सलाम,(2)हजरत यूशअ बिन नुन,(3) हजरत उज़ैर अलैहिस्सलाम(4)हजरत ईसा अलैहिस्सलाम।
(सावी 2 पेज 85/ख़ाज़िन व मआलिम 2 पेज 236)
सवाल- ज़बूर किस तारीख में नाजिल हुई?
जवाब- 18 रमज़ान को।
(अलइतकान 1 पेज 41/फ़तावा हदियि पेज 169)
सवाल- किस जुबान मे नजिल हुई?
जवाब- इब्रानी जुबान में।
(उम्दतुल क़ारी 1 पेज 35)
सवाल- जुबूर में कितनी सूरतें थीं?
जवाब- 150 सूरतें थीं जिसमें सिर्फ दुआ और अल्लाह तआला की हम्द व तारीफ थी । न तो इसमें हलाल व हराम का बयान था और न फ़रज़ों और हदों का जिक्र।
(ख़ाज़िन 2 पेज 519/अलइतकान जिल्द 1 पेज 66)
सवाल- इन्जील किस तारीख मे नाजिल हुई?
जवाब- 13 रमजान में।
(अलइतकान 1 पेज 41/फ़तावा हदीसिया पेज 169)
सवाल- किस जुबान मे नाजिल हुई?
जवाब- इबरानी जुबान में।
(ज़रक़ानी 1 पेज 214/अलमलफूज 4 पेज 14)
सवाल- कुरान किस तारीख मे नाजिल हुआ?
जवाब- लौहे महफूज से आसमाने दुनिया की तरफ नुजूल रमज़ान शरीफ की 27 तारीख में हुआ फिर वहाँ से ज़रूरत के मुताबिक थोड़ा-थोड़ा नाजिल होता रहा।
(ख़जाइन 872/ रूहुल बयान 4 पेज 681)
सवाल- फिर दुनिया के आसमान से कितने साल में मुकम्मल नाजिल हुआ?
जवाब- 23 साल में।
(सावी 1 पेज 3/ख़ाज़िन 1 पेज 131)
सवाल- क्या कुरान शरीफ का आना सिर्फ हजरत जिब्राईल अलैहिस्सलाम के वास्ते से हुआ या दूसरे फ़रिश्तों के ज़रीऐ भी हुआ?
जवाब- सिर्फ हजरत जिब्राईल के वास्ते से हुआ दूसरा कोई फ़रिश्ता कुरान शरीफ लेकर नही उतरा।
(मवाहिब लदिन्नया 1 पेज 44/अलइतकान 1 पेज 451)
सवाल- कुरान के नाजिल होने की इब्तेदा किस तारीख से हुई?
जवाब- 17 रमजान पीर के दिन से।
(ज़रक़ानी 1 पेज 207/नुरूल अबसार पेज 11)
सवाल- सबसे पहले कौनसी आयत उतरी?
जवाब- इकरा बिस्मि रब्बिक।
(अलइतकान 1 पेज 23/सावी 1 पेज 3)
सवाल- सबसे आखिरी आयत कौनसी उतरी?
जवाब- वत्तकू यौमन तुरजऊन फीहि इलल्लाह।
(अलइतकान 1 पेज 23/सावी 1 पेज 3)
सवाल- कुरान में कितनी सूरते हैं?
जवाब- 114 सूरते हैं।
(अलइतकान 1 पेज 64)
सवाल- इनमें कितनी सूरते मक्की है और कितनी मदनी हैं?
जवाब- 83 सूरते मक्की और 41 सूरते मदनी हैं।
(सावी 1 पेज 3)
सवाल- नबियों के नाम से कितनी सूरते है ?
जवाब- 6 सूरते है'(1)सूरऐ यूनुस,(2)सूरऐ हूद,(3)सूरऐ यूसुफ,(4)सूरऐ इब्राहिम,(5)सूरऐ नूह,(6)सूरऐ मोहम्मद।
(कुराने मुकद्दस )
सवाल- कुरान में कितनी आयत है?
जवाब- इस बारे मे चन्द कौल है लेकिन मुफस्सिरो के सरदार हजरत अब्दुल्लाह इब्ने अब्बास से रिवायत है कि 6616 आयते है
(इतकान 1 पेज 67)
नोट- इमाम अहमद रजा फाजिले बरेलवी ने कन्जुईमान में 6236 शुमार की हैं
*_﷽-الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ_*
*आसमानी किताबो का बयान पोस्ट(2)*
सवाल- कुरान में कितने कलमे हैं?
जवाब- 77,9,34।
(अलइतकान 1 पेज 67)
सवाल- कुरान में कितने हुरूफ हैं?
जवाब- 323671।
(अलइतकान 1 पेज 70)
सवाल- कुरान की सूरतो मे यह तर्तीब किसने दी?
जवाब- यह तर्तीब तोकीफी है यानी अल्लाह की जानिब से और रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम से साबित है और यह खास लौहे महफूज से मुताबिक है। रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैह वसल्लम हर साल रमजान शरीफ में इसी तर्तीब के पर हजरत जिब्राईल अलैहिस्सलाम से कुरान का दौर फरमाते थे।
(अलइतकान 1 पेज 62/जुमल 1 पेज 8)
सवाल- आयतों में यह तर्तीब किसने दी?
जवाब- यह तर्तीब भी तोकीफी है यानी अल्लाह की वही और हुजूर अनवर सल्ललाहो अलैह वसल्लम के मुताबिक आयतों की तर्तीब वार रखा गया,यही तर्तीब रसूलुल्लाह सल्ललाहो अलैह वसल्लम ने नकले मुतवातिर (सिलसिलेवार)के साथ साबित है नबी-ए-करीम को आयतो के बारे मे हुक्म देते थे कि फलाँ आयत फलाँ जगह लिखो,फलाँ जगह फलाँ आयत लिखो।
(अलइतकान 1 पेज 16/उम्दतुल कारी 3 पेज 100/ जुमल 1 पेज 8)
सवाल- कुरान ए मुकद्दस में एराब (ज़बर,जेर,पेश,जज्म)किसने लगाऐ?
जवाब- अबुल असवर दोयली ने लगाऐ, मगर उस वक्त जबर, पेश, जेर, वगैरा की शक्लें यह न थीं जो आज हैं उन्होंने नुकतो से ही जबर जेर पेश का काम लिया,फर्क यह था कि एराब वाले नुकतो के लिए उस रंग की रोशनाई न होती जिस रंग से कुरान लिखा होता बल्कि उसके लिए अलग रंग की रोशनाई इस्तेमाल करते थे । जबर के लिए हर्फ पर एक नुकता जेर के हर्फ के नीचे एक नुकता पेश के लिये हर्फ के अन्दर एक नुकता और तशदीद के लिए दो नुकते मुकर्रर किये । फिर खलील बिन अहमद फराहीदी ने तशदीद मद वक्त और जज्म वस्ल और हरकतो की निशानिया लगाई और जज़्ब जेर पेश की सूरते बनाई जो आज मौजूद है।
(रूहुल बयान 4 पेज 65/66)
सवाल- कुरान में नुकते किसने लगाऐ?
जवाब- हज्जाज बिन यूसुफ सकफी ने नसर बिन आसिम लेसी और यहया बिन यामर ने लगाऐ।
(रूहुल बयान 4 पेज 66 /शरह शिफा 2 पेज 335)
सवाल- नुकते किस सन में लगाऐ गये?
जवाब- 86 हिजरी में।
(आईनऐ तारीख पेज 22)
सवाल- हजरत उस्मान ए ग़नी रदियल्लाहु अनहु ने कुरान पाक के कितने नुस्खे तैयार कराऐ?
जवाब- मशहूर यह है कि पाँच नुस्खे तैयार कराऐ
लेकिन अबु दाऊद फरमाते हैं कि मैंने अबु हातिम सजिस्तानी से सुना के सात नुस्खे तैयार कराऐ थे जो अलग अलग इलाको मे भेजे गऐ । एक नुस्खा मक्का शरीफ एक मुल्के शाम एक यमन एक बहरैन एक कूफा एक बसरा और एक नुस्खा मदीना शरीफ ही में महफूज रखा गया था।
(अशिअअतुल लमआत 2 पेज 164/अलइतकान 1 पेज 81)
सवाल- कुरान ए मुकद्दस के कितने नाम है?
जवाब- कुल नामों की तादाद अल्लाह और रसूल जाने अल्बत्ता इमाम फख़्रूददीन राज़ी ने32नाम शुमार किये हैं।
(तफसीर कबीर 1 पेज 241)
सवाल- कुरान ए मुकद्दस का सबसे पहले फारसी जुबान में तर्जुमा किसने किया है?
जवाब- शेख सअदी ने।
(आईनए तारीख पेज 40)
सवाल- कुरान ए मुकद्दस का सबसे पहले उर्दू जुबान में तर्जुमा किसने किया है?
जवाब- शाह शफीउद्ददीन ने 1774ई• में किया।
(आईनए तारीख पेज 40)
सवाल- कुरान ए मुकद्दस में कितनी आयतें हैं जिनसे मसाइल निकाले गऐ हैं?
जवाब- तमाम आयतो का इल्म तो नही अल्बत्ता अल्लामा मुल्ला जीवन ने अपनी किताब तफसीरे अहमदी में पाँच सौ आयतों का शुमार किया हैं।
(तफसीरे अहमदी)
सवाल- क्या कुरान शरीफ की तरह दूसरी आसमानी किताबे भी मुअजिजा(खुदाई चमत्कार)है?
जवाब- हाँ गैब की खबरो पर मुश्तमिल होने की वजह मुअजिजा हैं,अल्बत्ता इन किताबो की नज्मो तालीफ(तरतीब)कुरान की तरह मुअजिजा नही बर खिलाफ कुरान के नज्म व तालीफ के एतेबार से भी मुअजिजा है।
(एजाजुल कुरआन पेज 43/तकमीलुल ईमान पेज 10)
सवाल- क्या फरिश्ते भी कुरान ए मुकद्दस की तिलावत करते है?
जवाब- आम फरिश्तो को यह फजीलत नही दी गई,अल्बत्ता फरिशतो को कुरान ए मुकद्दस सुनने का बहुत शौक है जब कोई मुसलमान कुरान ए मुकद्दस पढता है तो फ़रिश्ते उसके मुँह पर मुँह रख कर कुरान ए मुकद्दस के पढने की लज्जा से फायदा उठाते हैं।
(फ़तावा हदीसीया पेज 45/अहकामे शरीअत 1 पेज 119)
सवाल- कुरान ए मुकद्दस में कितनी चीजो को अहसन(अच्छा)फरमाया?
जवाब- पाँच चीजो को,(1)अपने आपको(2)इन्सानी शक्ल व सूरत को(3)अज़ान को(4)इस्लाम(दीन)को(5)हजरत यूसुफ अलैहिस्सलाम के किस्से को।
(तफसीर नईमी पारा 12 पेज 368)
सवाल- हुजूर अकरम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने काफिरो और मुशिरको को कुरान ए मुकद्दस से कितनी बार चैलेंन्ज किया?
जवाब- 4 बार चैलेंज किया(1)पूरे कुरान ए मुकद्दस से दिया जैसे यह आयत(कुल लइनिज्तमअतिल इन्सी वल जिन्नी अला इंय्यात बिस्लेहाजल कुरान)(2)दस सूरतो से दिया जैसे(कुल फअतू बिअशिर सुवारिम मिसलिही मुफत-र- यायिम)(3)एक सूरत से दिया जैसे(फअतू बिसूरतिम मिममिस्लिही)4 कुरान ए मुकद्दस जैसी एक बात लाने से दिया जैसे(फलयातु बिहदीसिम मिस्लिही)।
(सावी 1 पेज 161)
*_﷽-الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ_*
*आसमानी किताबो का बयान पोस्ट(3)आखिरी*
सवाल- क्या कुरान में नासिख और मनसूख भी है?(यानी एक आयत या सूरत का हुक्म दुसरी आयत या सूरत के हुक्म को खत्म करने वाला)
जवाब- हाँ दोनो है।कुछ आयते नासिख और कुछ मनसूख है जैसे सूरऐ काफिरून और वह आयते जिनमें जंग करने से रोका गया है सबकी सब"फक्तुलुल मुशिरकीना हैसो वजत्तुमूहुम मे मन्सूख है।
(तफसीर अहमदी पेज 14)
सवाल- कुरान ए मुकद्दस में ऐसे कितने सवाल हैं जिन्हें नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु अलैह वसल्लम से पूछा गया और आपकी तरफ से आपके रब ने जवाब दिया?
जवाब- 14 सवालात हैं,आठ सूरऐ बक़र में और छः सवालात दुसरी सूरतो में है,(1)रब कहाँ है(2)चाँद क्यों घटता बढता है(3)क्या खर्च करें(4)माहे हराम में लड़ने का क्या हुक्म है(5)शराब और जुऐ का क्या हुक्म है(6)क्या खर्च करें यानी कितनी मिकदार खर्च करें(7)यतीमो के मालो को अपने माल से मिलाने का क्या हुक्म है(8)हैज का हुक्म क्या है(9)सूरऐ मायदा में क्या क्या चीजे हलाल है (10)सूरऐ इनफ़ान में है माले गनीमत का मालिक कोन है(11)सूरऐ बनी इस्राइल में है कि रूह क्या चीज है(12)सूरऐ कहफ मे है कि सिकन्दर जुल्करनैन के हालात क्या है(13)सूरऐ ताहा में है कि कयामत के दिन पहाडो का क्या हाल होगा(14)सूरऐ नजिआत में है कि कयामत कब के लिए ठहरी है।
(अलइतकान 1 पेज 197)
सवाल- वह आयते और सूरते कौनसी हैं जिनको लेकर हजरत जिब्राईल अलैहिस्सलाम के साथ और फरिश्ते भी आऐ?
जवाब- वह यह हैं,(1)सूरऐ अनआम जिसको लेकर70हज़ार फ़रिश्ते उतरे(2)
सूरऐ फातिहा इस को लेकर 80 हज़ार फ़रिश्ते उतरे(3)सूरऐ यूनुफ इसके साथ 30 हजार फ़रिश्ते उरते(4)"वस्अल मन अरसल्ना मिन कब्लिक मिर्रूसुलिना"इसके साथ 20 हजार फ़रिश्ते उतरे(5)आयतुल कुर्सी"इसके साथ 30 हजार फ़रिश्ते उतरे(6)सूरऐ कहफ इसको लेकर70हजार फ़रिश्ते उतरे।
(कन्जुल ईमान 1 पेज 144/अलइतकान 1 पेज 37,38)
सवाल- वह कौनसी सूरते है जिनके बारे मे फरमाया गया कि आर्श के ख़ज़ाने से नाजिल हुई?
जवाब- (1)सूरऐ फातिहा(2)आयतुलकुर्सी(3)सूरऐ बकर का आखिर(4)सूरऐ कौसर।
(कन्जुल उम्माल 1 पेज 495)
सवाल- वह दो सूरते कौनसी है जिन्हे नूर कहा गया है और आप से पहले किसी नबी पर नाजिल नही हुई?
जवाब- सूरऐ फातिहा और सूरऐ बक़र की आखिरी आयतें।
(अलइतकान 1 पेज 38)
सवाल- कुरान ए मुकद्दस मे लफ्ज मोहम्मद और लफ्ज ए अहमद कितनी जगह है?
जवाब- लफ्जे मोहम्मद चार जगह और लफ्जे अहमद एक जगह है।
(कुरान ए मुकद्दस)
सवाल- वह कौनसी औरत हैं जिसका नाम कुरान में साफ-साफ आया है?
जवाब- हजरत मरयम।
(सावी 1 पेज 136)
सवाल- वह कौनसी सहाबी है जिनका नाम कुरान ए मुकद्दस में साफ-साफ लफ्जो में आया है?
जवाब- हजरत जैद बिन हारिस बाकी इनके इलावा किसी सहाबी या सहायिका का नाम साफ-साफ नही है।
(ज़रक़ानी 3 पेज 305)
सवाल- वह कौन ऐसा बद बख्त है जिसका नाम कुरान ने नहीं लिया बल्कि उसकी कुन्नियत जिक्र फरमाया?
जवाब- अबुलहब है कि उसके इलावा कुरान में किसी की कुन्नियत जिक्र न फरमाई गई।
(अलइतकान2 पेज144)
सवाल- क्या कुरान ए मुकद्दस का हिफ़्ज़ करना फर्ज है?
जवाब- हाँ फर्ज किफाया है।
(फ़तावा रिज़विया जिल्द 10 निस्फ अव्वल पेज 104)
*《..Alhamdulillah Mukammal..》*
*🌎Send To All Worlds People 🌍*
ONLY Aᴅᴍɪɴ Pᴏsᴛ Gʀᴏᴜᴘ
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*_💎ℝ𝕒𝕫𝕒 𝕎𝕒𝕙𝕚𝕕𝕚💎_*
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*_🌸अहले सुन्नत व-जमाअत की जानिब से...🌸_*
*_📩सिलसिला-ए- काद़री📩_*●•●┄─┅━━━━★✰★━━━━━┅─┄●•●
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*_📙इस्लाह सबकी करनी है...._*
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